वरिष्ठ फेलो और सामरिक व अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र में वाधवानी चेयर रिक रॉसो का कहना है कि मोदी सरकार के पहले साल को अर्थ व्यवस्था के लिए सिर्फ अच्छा साल नहीं बल्कि भारत में आर्थिक सुधारों के दिशा में आई तेजी के लिए सबसे अच्छा ���ाल कहा जा सकता है। रिक कार्यालय के पहले ग्यारह महीनों में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार द्वारा किए गए सबसे बड़े सुधारों की समीक्षा कर रहे थे।
अमेरिका के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आयोग ने भारत में व्यापार नीतियों पर एक सुनवाई आयोजित की थी। इस सुनवाई में शामिल हुए रिक रॉसो का मानना है कि पीएम मोदी की सरकार ने जल्दी से विदेशी निवेश के लिए नए क्षेत्रों को खोलने और अन्य नीति में विदेशी निवेशकों पर सकारात्मक प्रभाव पढ़ने वाले परिवर्तन कर बहुत अच्छा काम किया है। उनका मानना है कि यह साल काफी सकारात्मक रहा है।
पीएम मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक उच्च बार स्थापित कर चुके हैं। वे चाहते हैं कि भारत विश्व बैंक के 'डूइंग बिजनेस' सूचकांक पर 142 से 50 की संख्या पर पहुँच जाए।"
रिक का यह भी कहना था कि रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक सुधारों की दिशा में पिछले एक साल में भारत में तेज़ी से कदम उठाए गए हैं। खास बात यह है कि बहुमत वाली सरकार होने के चलते सरकार के इन कदमों का कम से कम विरोध हुआ। रिपोर्ट को हमने विशेष तौर पर निवेशकों की चिंताओं पर केंद्रित किया था। भारत में निवेशकों की चिंताओं पर कम ध्यान देने के प्रभाव पर वर्तमान सरकार के फैसलों को देखा गया, जिसमें सामने आया कि मौजूदा सरकार ने निवेशकों को आर्कषित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।